
BikanerNewsATN/उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां पर एक बार 12 साल की नाबालिक से दुष्कर्म की घटना का 27 साल बाद मुकदमा दर्ज किया गया मामला दर्ज होने के 1 साल बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और दुष्कर्म से पैदा हुए बेटे को भी मां मिल गई है घटना को लेकर एसपी संजय कुमार ने बताया कि थाना सदर बाजार में एक क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता की घटना के समय उम्र 12 साल थी और मोहल्ले के ही आरोपी हसन और उसके छोटे भाई गुड्डू ने किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। और पीड़िता का आरोप है कि दोनों आरोपियों ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया था उन्होंने बताया कि दुष्कर्म के 13 साल की उम्र में पीड़िता गर्भवती हो गई और मिशन में में उसने एक बच्चे को जन्म दिया बच्चे को शाहाबाद क्षेत्र में 1 गांव में रहने वाले एक व्यक्ति को दे दिया था पीड़िता अपने बहनोई के साथ रामपुर चली गई कुमार ने बताया कि पीड़िता की के बहनोई ने उसकी शादी गाजीपुर निवासी एक व्यक्ति से करा दी मगर 10 वर्ष बाद उसके पति को दुष्कर्म की घटना का मालूम पड़ा तो उसने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया।
जिसके बाद पीड़िता अपने गांव उधमपुर आकर रहने लगी उन्होंने जानकारी दी कि पीड़िता के बेटे ने करीब 27 साल बाद अपने माता-पिता के बारे में जानना चाहा तो पालन पोषण करने वाले व्यक्ति ने उसकी मां का नाम बता दिया जिसके बाद बेटे ने अपनी मां से मुलाकात की कुमार के अनुसार महिला ने उसे पूरी बात बताई उसके बाद महिला ने शिकायत दी और अदालत के आदेश पर सदर बाजार थाने में दो आरोपियों के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया।
आरोपियों तथा महिला एवं उसके बेटे का डीएनए परीक्षण किया गया और उन्होंने जानकारी दी कि रिपोर्ट में आरोपी गुड्डू का डीएनए पीड़िता के बेटे से मिल गया और बताया कि घटना के 27 वर्ष बाद आधे अदालत के आदेश पर यह मुकदमा दर्ज किया गया और मामले में साक्ष्य गवा नहीं थे इसलिए डीएनए परीक्षण कराना आवश्यक हो गया था
Related posts:
- अपनी ही मंगेतर के साथ फौजी ने कर दिया दुष्कर्म होटल में ले जाकर।
- बेटे ने पूछा अपनी मां से बाप का नाम तो सच्चाई सुनकर निकल गई पैरों तले से जमीन।
- 4 दिन पहले गुम हुई शादीशुदा युवती अचानक थाने पहुंची सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया।
- खेत से घर लौट रही थी महिला पति के साथ रास्ते मे बंदूक की नोक पर हुआ सामूहिक दुष्कर्म बच्चे रोते रहे फिर भी आरोपियों को दया नहीं आई।